♨️ आज की प्रेरणा ♨️
स्वयं को स्वीकार करना ही सबसे बड़ी उपलब्धि है।
👉 आज से हम स्वयं को स्वीकार करें
3 मार्च की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ👉
1575 - मुग़ल बादशाह अकबर ने तुकारोई की लड़ाई में बंगाली सेना को हरा था।
1707 – छठे मुगल बादशाह औरंगजेब का निधन हुआ और बहादुरशाह प्रथम ने गद्दी संभाली।
1923 – टाइम पत्रिका का पहला प्रकाशन हुआ।
1939 - महात्मा गाँधी, भारत के मुंबई शहर में निरंकुश शासन के विरोध में तेज़ी लाये।
1971 – भारत-पाक युद्ध प्रारम्भ हुआ और भारत की बांग्लादेश मुक्ति बाहिनी की खुले समर्थन की घोषणा हुई।
1974 – तुर्की एयरलाइंस का डीसी10 विमान पेरिस के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसकी वजह से विमान में सवार सभी 345 लोगों की मौत हो गई।
1980 – पियरे त्रिदियू ने दूसरी बार कनाडा के प्रधानमंत्री के रुप में शपथ ली।
1992 – बोस्निया हेर्ज़ेगोविना एक जनमत संग्रह के बाद योगोस्लाविया से अलग हो गया।
1992 – तुर्की के कोयला खदान में गैस विस्फोट में 263 मारे गए।
1999 - अब्दुल रहमान अरब मूल के ऐसे प्रथम व्यक्ति बने जिन्हें इस्रायली सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश बनाया गया।
2000 - अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायाधिकरण द्वारा क्रोएशिया के जनरल तिहोमिर ब्लास्किय को 45 साल क़ैद की सज़ा।
2005 - यूक्रेन के राष्ट्रपति विक्टर यूशचेंकों की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय रक्षा परिषद ने इराक से अपने सैनिक वापस बुलाने का निर्णय लिया।
2006 - फिलीपींस में आपातकाल हटा।
2007 - पाकिस्तान ने हत्फ़-2 अब्दाली बेलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया।
2008 - मेघालय में नई विधानसभा के लिए चुनाव में 75% मतदान हुआ।
2008 - कन्या भ्रूण हत्या रोकने के केन्द्र सरकार ने धन लक्ष्मी नामक नई योजना शुरू की।
2008 - दक्षिणी अफ़ग़ानिस्तान में नाटो व अफ़ग़ान सुरक्षा बलों के अभियान में 22 आतंकी मारे गए।
2009 – पाकिस्तान के लाहौर में मैच खेलने जा रही श्रीलंकाई क्रिकेट टीम की बस पर हथियारबंद लोगों ने गोलियां चला दीं।
2009 - स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने स्मार्ट यूनिट योजना को लांच किया।
2012 – पोलैंड में दो ट्रेनों की टक्कर में 16 लोगों की मौत हुई और 50 लोग घायल हुए।
2013 – पाकिस्तान के कराची में बम विस्फोट से 45 की मौत हुई।
2013 – संयुक्त राष्ट्र ने 3 मार्च को वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ डे के रूप में मनाए जाने की घोषणा की।
2019 - केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने अपने स्थापना दिवस की 50वीं सालगिरह पर विश्व की सबसे लंबी सिंगल लाइन साइकिल परेड निकाल कर नया रिकॉर्ड बनाया। यह रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया।
2020 - कोरोना वायरस : भारत सरकार ने इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया और जापान के नागरिकों के लिए जारी किये गये सभी नियमित और ई-वी़जा तत्काल प्रभाव से रद्द किए।
2020 - हरियाणा - बाल विवाह के बाद शारीरिक संबंध दुष्कर्म होगा और सजा होगी । सरकार ने बाल विवाह निषेध अधिनियम, 2006 की धारा तीन में संशोधन किया।
2021 - मंत्रिमंडल ने नवीकरणीय ऊर्जा सहयोग के बारे में भारत और फ्रांस के बीच समझौता ज्ञापन को मंजूरी दी।
2021 - कैबिनेट ने कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में सहयोग के लिए भारत और फिजी के बीच समझौता ज्ञापन को मंजूरी दी।
2021 - भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय ने “Waste to Wealth” मिशन के तहत “स्वच्छ भारत फैलोशिप”लांच की।
2021 - झारखंड सरकार ने पहली बार “परिणाम-आधारित बजट” (Outcome-Based Budget) प्रस्तुत किया।
2021 - एक्सिस बैंक ने व्हाट्सएप बैंकिंग शुरू की।
2021 - सफल लैंडिंग के बाद SpaceX Starship SN10 में विस्फोट हुआ।
3 मार्च को जन्मे व्यक्ति👉
1839 – टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा का जन्म हुआ।
1847 – टेलीफोन का आविष्कार करने वाले अलेक्जेंडर ग्राहम बेल का जन्म हुआ।
1880 - अचंत लक्ष्मीपति - आयुर्वेदिक औषधियों के प्रचार-प्रसार के लिए प्रसिद्ध थे।
1902 - रामकृष्ण खत्री - भारत के प्रमुख क्रांतिकारियों में से एक थे।
1926 - रवि (संगीतकार) - हिन्दी फ़िल्मों में प्रसिद्ध संगीतकार थे।
1931 - ग़ुलाम मुस्तफ़ा ख़ान - भारतीय शास्त्रीय संगीत गायक थे।
1955 - जसपाल भट्टी, प्रसिद्ध हास्य अभिनेता।
1976 - राइफ़लमैन संजय कुमार, परमवीर चक्र से सम्मानित भारतीय सैनिक।
1997 - योगेश कथुनिया - भारतीय पैरालम्पिक एथलीट।
3 मार्च को हुए निधन👉
1707- औरंगजेब, भारत के मुग़ल बादशाह।
1900 – कोटलेब डाइमलर नामक जर्मन वैज्ञानिक का 64 वर्ष की आयु में निधन हुआ।
1919 - हरि नारायण आपटे - प्रसिद्ध मराठी भाषी उपन्यासकार, नाटककार तथा कवि।
1948 - बालकृष्ण शिवराम मुंजे - स्वतंत्रता सेनानी और हिंदू महासभा के अध्यक्ष थे।
1982 – उर्दू साहित्य के लिए पहला ज्ञानपीठ पुरस्कार पाने वाले शायर फिराक गोरखपुरी का निधन हुआ।
1986 - मोहिंदर सिंह रंधावा - भारतीय इतिहासकार, वनस्पतिशास्त्री, सिविल सेवक, और कला व संस्कृति के प्रवर्तक थे।
2002- जी.एम.सी. बालायोगी, प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष।
2009 - यादवेन्द्र शर्मा 'चन्द्र' - राजस्थान के सर्वाधिक चर्चित व प्रसिद्ध उपन्यासकार, कहानीकार तथा नाटककार।
2015 - डॉ. राष्ट्रबंधु, बाल साहित्य के प्रसिद्ध साहित्यकार।
2020 - बांग्लादेश के प्रसिद्ध बौद्ध धर्मगुरु शुद्धानंद महात्रो का निधन।
3 मार्च के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव👉
🔅 गोकर्ण - महावलेश्वर रथोत्सव।
🔅 संत निलोबाराय यात्रा प्रारम्भ।
🔅 शायर फिराक गोरखपुरी स्मृति दिवस ( ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित ) ।
🔅 राइफलमैन श्री संजय कुमार जयन्ती ( परमवीर चक्र से सम्मानित) ।
🔅 राष्ट्रीय रक्षा दिवस ( Indian National Defence Day )।
🔅 विश्व वन्य जीव दिवस ( World Wildlife Day )।
🔅 विश्व श्रवण दिवस ( World Hearing Day )।
आज का प्रेरक प्रसंग ⚜️
!! ईमानदार बालक !!
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प्रतापगढ़ के एक छोटे से गांव में नंदू नाम का एक बालक अपने निर्धन माता-पिता के साथ रहता था। एक दिन दो भाई अपनी फसल शहर में बेचकर ट्रैक्टर से अपने गांव आ रहे थे। फसल बेचकर जो पैसा मिला वो उन्होंने एक थैली में रख दिया था। अचानक एक गड्डा आ गया और ट्रैक्टर उछला और थैली नीचे गिर गई । जिसे दोनों भाई देख नहीं पाएं और सीधे चले गए। बालक नंदू खेलकूद पर रात के अंधेरे में अपने घर जा रहा था। अचानक उसका पैर किसी वस्तु से टकरा गया। देखा तो पता चला कि किसी की थैली है। जब नंदू ने उसे खोलकर देखा तो थैली में नोट भरे हुए थे। वो हैरान हो गया। वह सोचने लगा की पता नहीं किसकी थैली है। उसने सोचा कि अगर यही छोड़ गया तो कोई और इसे उठा ले जाएगा।
वो मन ही मन सोचने लगा ‘जिसकी यह थैली है उसे कितना अधिक दुख और कष्ट हो रहा होगा। हालाँकि लड़का उम्र से छोटा था और निर्धन माँ बाप का बेटा था। लेकिन उसमे समझ बूझ काफी अच्छी थी। वह थैली को उठाकर अपने घर ले आया। उसने थैली को झोपड़ी में छुपा कर रख दिया। फिर वापस आकर उसी रास्ते पर खड़ा हो गया उसने सोचा। कोई रोता हुआ आएगा तो पहचान बताने पर उसे थैली दे दूंगा। इधर जब थोड़ी देर बाद दोनों भाई घर पहुंचे तो ट्रैक्टर में थैली नहीं थी । दोनों भाई यह जान निराश होते हुए बहुत दुखी होने लगे। पूरे साल की कमाई थैली में भरी थी।
किसी को मिला भी होगा तो कोई बताएगा भी नहीं। शायद अभी वह किसी के हाथ ना लगा हो यह सोच दोनों भाई टॉर्च लेकर उसी रास्ते पर वापस र चले जा रहे थे। छोटा बालक नंदू उन्हें रास्ते में मिला। उसने उन दोनों से कुछ भी नहीं पूछा। लेकिन उसे शंका हुई की शायद वह थैली इन्हीं की हो। उसने उनसे पुछा ‘आप लोग क्या ढूंढ रहे हैं? उन्होंने उसकी बात पर कोई ध्यान नहीं दिया। उसने दुवारा पूछा ‘आप दोनों क्या ढूढ़ रहा हो। उन्होंने कहा? अरे कुछ भी ढूंढ रहे हैं तू जा तुझे क्या मतलब। दोनों आगे बढ़ते जा रहे थे। नंदू उनके पीछे चलने लगा। वो समझ गया था कि नोटों वाली थैली संभवत इन्हीं की ही है।
उसने तीसरी बार फिर पूछा, तो चिल्लाकर एक भाई ने कहा ‘अरे चुप हो जा और हमें अपना काम करने दे। दिमाग को और खराब ना कर। अब नंदू को पूरा विश्वास हो गया कि वे थैली अवश्य ही इन्हीं की ही है। उसने फिर पूछा ‘आपकी थैली खो गई है क्या? दोनों भाई एकदम रुक गए और बोले हां। नंदू बोला ‘पहले थैली की पहचान बताइए। जब उन्होंने पहचान बताई तो बालक उन्हें अपने घर ले गया। टोकरी में रखी थैली उन दोनों भाइयों को सौंप दी। दोनों भाइयों के प्रसन्नता का कोई ठिकाना नहीं था। नंदू की इमानदारी पर दोनों बड़े हैरान थे। उन्होंने इनाम के तौर पर कुछ रुपए देने चाहे, पर नंदू ने मना कर दिया बोला ‘यह तो मेरा कर्तव्य था।
दूसरे के दिन वह दोनों भाई नंदू के स्कूल पहुंच गए। उन्होंने बालक के अध्यापक को यह पूरी घटना सुनाते हुए कहा, हम सब विद्यार्थियों के सामने उस बालक को धन्यवाद देने आए। अध्यापक के नेत्रों से आंसू झरने लगे। उन्होंने बालक की पीठ थपथपाई और पूछा ‘बेटा, पैसे से भरे थैले के बारे में अपने माता पिता को क्यों नहीं बताया ? नंदू बोला, गुरूजी मेरे माता-पिता निर्धन हैं । कदाचित उनका मन बदल जाता तो हो सकता है रुपयों को देख कर उसे लौटने नहीं देते और यह दोंनो भाई बहुत निराश हो जाते। यह सोच मैंने घरवालों को थैली के बारे में कुछ भी नहीं बताया। सभी ने नंदू की बड़ी प्रशंसा की और कहा बेटा। धन्यवाद गरीब होकर भी तूने ईमानदारी को नहीं छोड़ा। Join Whatsapp Group
शिक्षा:-
सबसे बड़ा गुण ईमानदारी का है। ईमानदार होना हमें सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति की स्थिति में ले जाता है। जिस प्रकार इस छोटे से बालक ने अपने ईमान को नहीं खोया भले ही उसकी गरीबी के लिए कष्टदाई थी। लेकिन ईमानदारी व्यक्ति छोटा हो या बड़ा ईमानदारी का गुण ही जीवन के सबसे बड़े गहने हैं। ईमानदारी से ही हमारे व्यक्तित्व को बहुत ही प्रसिद्धि मिलती है। ईमानदार मनुष्य ईश्वर की सर्वोत्तम रचना है।
सदैव प्रसन्न रहिये।
जो प्राप्त है, पर्याप्त है।।
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